कलेक्टर एसपी की बैठक में पहुँचे सामाजिक संगठन
पुलिस प्रशासन का शहर में सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास
एंकर-: ग्वालियर में पिछले दिनों से जारी अंबेडकर और बी एन राव विवाद में लगातार जिले में दोनों पक्षों के बीच धरने प्रदर्शन सोशल मीडिया पर जंग छिड़ने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने बी एन राव समर्थक और अंबेडकर समर्थक दलित संगठनों के बीच सुलह और सामंजस्य करने का बीड़ा उठाया है। दलित संगठनों द्वारा शहर में 15 अक्टूबर को प्रदर्शन के ऐलान के बाद एक्शन में आए जिलाधीश रुचिका सिंह चौहान और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह की मौजूदगी में शांति समिति की बैठक ने शहर में किसी भी तरह का उपद्रव और हंगामा रोकने के लिए सर्व सहमति जताई है।
वीओ-: अंबेडकर पर विवादित टिप्पणी के बाद पुलिस प्रशासन ने एडवोकेट अनिल मिश्रा पर एफआईआर तो कर ली लेकिन दलित संगठन लगातार सोशल मीडिया पर और अन्य माध्यमों से शहर में शांति भंग करने का प्रयास कर रहे थे। जिसके बाद कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान ने जिले में बीएनएस की धारा 163 के तहत शहर में जुलूस धरने प्रदर्शन समेत सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिया। बिना अनुमति किसी भी जुलूस धरने प्रदर्शन से शहर की शांति भंग होने की आशंका के चलते पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद है वहीं पूरे जिले में ग्वालियर पुलिस साइबर सेल द्वारा सोशल मीडिया पर भड़काऊ कंटेंट डालने वालों पर नजर रखी जा रही है। भड़काने वाली भाषा के पोस्टर बैनर कट आउट होर्डिंग फ्लैक्स पर भी बैन लगा दिया गया है। कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान के मुताबिक सभी पक्षों से शांतिपूर्ण माहौल में सार्थक चर्चा की गई है जिसमें दोनों ही पक्षों ने शहर में किसी भी तरह का विवाद या धरना प्रदर्शन नहीं करने पर सहमति जताई है। वहीं उनका यह भी कहना है कि अभी तक किसी संगठन की तरफ से 15 तारीख को लेकर कोई अनुमति नहीं मांगी गई है। यदि कोई बाहरी संगठन या लोग शहर में प्रवेश करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने शहर में 15 तारीख को संभावित उपद्रव के चलते पुलिस बल को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि यदि कोई विवादास्पद घटना होती है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। हालांकि सवर्ण समाज के पदाधिकारियों ने अपनी शर्तें प्रशासन के सामने रख दी हैं और शर्तें पूरी होने की स्थिति में किसी तरह के धरणे आंदोलन प्रदर्शन से इनकार कर दिया है अब गेंद शासन के पाले में है देखना यह होगा कि प्रशासन किस तरह से दोनों पक्षों के बीच सामंजस्य से बिठाकर शहर की शांति सौहार्द्र बनाए रखता है
बाइट-: के डी सोनकिया (नेता सवर्ण समाज)
बाइट-: धर्मवीर सिंह (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर)
बाइट-: रूचिका सिंह चौहान (कलेक्टर ग्वालियर)
