जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स को अपने ऐश ओ आराम में उड़ा रहे छुटभैये नेता (पार्षद)
देखिए फ्री की सुविधाओं पर क्या कहते हैं नेता…
एंकर -: ग्वालियर नगर निगम के आर्थिक हालात और बदहाली किसी से छिपी नहीं है। निगम की आर्थिक तंगी को देखते हुए महापौर शोभा सिकरवार भी अपना सरकारी वाहन लौटा चुकी हैं। बावजूद इसके नगर निगम के कर्ता धर्ताओं में जनता के टैक्स की गाढ़ी कमाई को ठिकाने लगाने की होड़ मची है कि कौन कितना पैसा बर्बाद करेगा। यहाँ हम किसी पर आरोप नहीं लगा रहे लेकिन आम जनता के पैसों का दुरुपयोग करने वाले निरंकुश अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से सवाल करना जरूरी है क्योंकि आज ये सभी जनता के पैसे का मनमाने ढंग से बर्बाद कर रहे हैं।
पार्षदों को महंगे मोबाइल लैपटॉप का बोझ जनता पर बढ़ेगा टैक्स
महापौर शोभा सिकरवार की मानें तो सभी पार्षदों को महंगे 5 G मोबाइल और लेपटॉप दिए जाने वाले हैं। और ये होगा जनता के टैक्स के पैसे से जिसे नगर निगम द्वारा अलग अलग तरीके ईजाद करके वसूला जाता है। जब हमने इस संबंध में निगमायुक्त अमन वैष्णव से बात करनी चाही तो उन्होंने अपने मुंह पर फैवीक्विक वाली एक पट्टी चिपका ली। वहीं जब महापौर शोभा सिकरवार से सवाल पूछा तो कहा गया कि नगर निगम की माली हालत अब बेहतर है। इसलिए पार्षदों को मोबाइल और लेपटॉप दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही जब हमने नगर निगम परिषद की एक मंजिला इमारत में लिफ्ट लगने के विषय में जानकारी ली तो उनका कहना था कि वहाँ की सीढ़ियां ज्यादा ऊँची हैं कुछ बुजुर्ग लोग ऊपर नहीं जा पाते लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि नगर निगम परिषद का नया भवन ही आम जनता की मेहनत की गाढ़ी कमाई से ही बनने वाला है तो उसके बाद लाखों रुपए खर्च कर बनने वाली लिफ्ट का क्या होगा।
जनता को लूटने में कांग्रेस भाजपा दोनों एकजुट आए नजर
सभापति मनोज तोमर ने भी महापौर के सुर में सुर मिलाते नजर आए। उन्होंने भी रटारटाया वही जवाब दिया जो महापौर ने दिया था। लेकिन इन दोनों जनप्रतिनिधियों से हम पूछना चाहते हैं की पहली मंजिल पर जाने के लिए लिफ्ट की आवश्यकता क्या है क्योंकि आम जनता ऊपर नहीं जाती। आम जनता तो सिटी सेंटर स्थित नगर निगम के कार्यालय में चक्कर लगा लगाकर हताश और निराश हो जाती है।
खुद के पास महंगा 5G मोबाइल लेकिन फ्री के मोबाइल लैपटॉप को क्यों छोड़ें
वहीं वहीं कुछ पार्षदों ने खुद का पर्सनल 5G मोबाइल होते हुए फ्री में मिलने वाले मोबाइल और लैपटॉप को तो अपनी जरूरत करार दिया। क्योंकि फ्री में आती हुई चीज को कौन छोड़ता है। लेकिन विपक्षी दल के होने के नाते एक भाजपा पार्षद ने लिफ्ट निर्माण को पूरी तरह से फिजूलखर्ची बता दिया। अब देखना यह है कि अधिकारियों और नेताओं का गठजोड़ जनता का पैसा बर्बाद करने की और कौन कौन से तरीके ईजाद करता है।