विश्व प्रसिद्ध सड़कों के बाद पेश है सबसे खास और वीआईपी सड़क जिसमें कभी गड्ढे नहीं होते
एंकर-: मध्यप्रदेश के ग्वालियर की सड़कें अब विश्व में नाम कमा रही हैं। बारिश के मौसम में पूरे शहर की सड़कें जलमग्न हैं और सभी अखबार और मीडिया चैनल इन बदहाल सड़कों का नजारा दिखाने में लगे हैं लेकिन हम आज आपको ग्वालियर की ही ऐसी सड़कों के विषय के बारे में बताएँगे जिन पर पिछले कई वर्षों में न तो कभी गड्ढे हुए और न ही कभी ये सड़कें खराब हुईं। आप हैरान रह जाएँगे जी हाँ ऐसी सड़कें भी ग्वालियर में हैं। लेकिन ये सड़क वो नहीं है जहाँ सरकार को टैक्स देने वाली आम जनता रहती है यहाँ रहते हैं वो लाटसाहब जिन्हें जनता के टैक्स के पैसे से ऐश ओ आराम करने का लायसेंस देश के संविधान ने दिया है। ये वो लोग हैं जो जनता के टैक्स के पैसे को ठिकाने लगाते हैं उस पैसे से जनता की बेहतरी के लिए तरह तरह के प्रेक्टिकल करते हैं।
ग्वालियर के गांधी रोड और रेसकोर्स रोड पर रहने वाले माननीयों और लाटसाहबों को नहीं पता कि गड्ढे क्या होते हैं उन्हें बारिश में कभी जलभराव का सामना नहीं करना पड़ता। क्योंकि यहाँ की सड़कें खराब हुईं तो बवाल हो जाएगा ठेकेदार को पेमेंट नहीं मिलेगा अधिकारी सस्पेंड हो जाएँगे क्योंकि यहाँ माननीय रहते हैं वो माननीय जिनको जरा सी छींक भी आ जाए तो अफसरों की कुर्सी हिल जाती है। रही बात जनता की तो जनता का क्या है वो तो निरीह प्राणी की तरह केवल वोट देकर 5 साल के लिए सो जाती है न कोई सवाल और न ही जवाब। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि ग्वालियर में विकास के बड़े बड़े दावे करने वाले जनप्रतिनिधि क्या इन दो सड़कों के अलावा बाकी सड़कों को ऐसा नहीं बना सकते। अरे भाई ये चमचमाती सड़कें भी जनता के ही पैसे से बनी हैं और आम जनता को दर्द देने वाली पूरे शहर की सड़कें भी। जबकि गांधी रोड और रेसकोर्स रोड की चमचमाती शानदार सड़कों पर सबसे अधिक ट्रेफिक रहता है। देखिए इस पर आम जनता और राजनीतिक दलों का क्या कहना है।