RJN Apolo Hospital की मनमानी के खिलाफ जनता सड़कों पर उतरी_प्रशासन नगर निगम पुलिस भी घुटने टेक देते हैं

यहाँ पुलिस प्रशासन नगर निगम सब नतमस्तक

यहाँ बड़े बड़े नेता अधिकारी सलाम ठोकते हैं, देखिए खास रिपोर्ट 

एंकर -: यह ग्वालियर के सबसे ताकतवर रसूखदार डॉक्टर का हॉस्पिटल यह इतने रसूखदार हैं अस्पताल के आसपास पुलिस प्रशासन नगर निगम और जनता की सेवा का दावा करने वाले नेता इनकी हर वैध अवैध कारगुजारी से आंखें बंद कर लेते हैं। पुलिस प्रशासन की हिम्मत भी नहीं कि उनकी तरफ आंखें उठाकर देख भी ले हालांकि इस अस्पताल की मनमानी इस कदर है कि सड़क पर बेतरतीब वाहन बेसमेंट के अंदर पार्किंग की बजाय व्यावसायिक गतिविधियां संचालित है और अस्पताल के बाहर सड़क पर एक लंबा जाम इतना लंबा जाम कि यहाँ के स्थानीय रह वासियों को अपने घर जाने के लिए लगभग आधे घंटे का इंतजार करना पड़ता है देखिए सत्ता को आईना दिखाती राजनीतिक प्रशासनिक रसूख और दबंगई की खास रिपोर्ट।

ग्वालियर के सबसे बड़े निजी अस्पताल आरजेएन अपोलो के प्रबंधन की मनमानी के चलते कई वर्षों से परेशान हो रहे लोगों के सब्र का बांध आखिर टूट गया। और लोगों ने अपोलो हॉस्पिटल के सामने बीच सड़क पर अपनी कारें खड़ी कर दी और पूरी सड़क पर जाम लगा दिया। दरअसल यह वह लोग हैं जो वर्षों से अपनी वाहन पार्किंग में अवैध रूप से कमर्शियल एक्टिविटी चला रहे अपोलो अस्पताल के प्रबंधन और अस्पताल में आने वाले मरीजों के वाहनों से हर रोज होते अघोषित जाम से परेशान हैं पुलिस अधीक्षक निगम कमिश्नर और कलेक्टर से लेकर हर बड़े अधिकारी तक यह लोग गुहार लगा चुके हैं लेकिन इनकी अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। यह वह लोग हैं जिनके घर अपोलो अस्पताल के आसपास बने हुए हैं और अपने घर से आते जाते समय इन्हें अपोलो अस्पताल द्वारा लगाए गए जाम का सामना करना पड़ता है और यही वजह है कि आज गुस्साए लोगों ने बीच सड़क पर अपनी गाडियां खड़ी करके जाम लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस और पड़ाव थाना प्रभारी आलोक सिंह परिहार ने लोगों को समझाई थी लेकिन मैं मानने को तैयार नहीं थे आखिरकार काफी बहस के बाद उन्होंने अपनी गाड़ियां हटा लीं। टीआई आलोक परिहार की समझाइश से आज चक्काजाम तो खुल‌ गया लेकिन रसूखदार अपोलो हॉस्पिटल प्रबंधन पर कार्रवाई करने में जिला प्रशासन और पुलिस के साथ नगर निगम के पसीने छूट जाते हैं। यही वजह है कि अब तक इस अस्पताल में पर कोई भी अधिकारी कार्रवाई नहीं कर सका है। मतलब साफ है कि आरजेएन अपोलो अस्पताल की मनमानी को यहाँ के रहवासियों को झेलना पड़ेगा या फिर इन्हें अपने घर बेचकर जाना पड़ेगा।

बाइट -: स्थानीय रहवासी

बाइट-: आलोक परिहार थाना प्रभारी पड़ाव ग्वालियर

WT-: ग्राउंड रिपोर्ट/चक्का जाम

 

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