CM मोहन की सरपरस्ती में मोहन की दबंगई

गोल्डन टावर कांड के बाद ओमराज एवेन्यू कांड का इंतजार


मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरपरस्ती में लोगों के साथ ठगी धड़ल्ले से जारी,
गोल्डन टॉवर के पिलर धंसने के बाद ओमराज एवेन्यू का पिंजरा तैयार,
मोहन को मोहन का साथ तो किसकी औकात कि करे कार्रवाई।
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ये है मामला
मध्यप्रदेश के सीएम का कृपा पात्र कुख्यात बिल्डर मोहन बांदिल एक बार फिर से चर्चाओं में है। थाटीपुर के गोल्डन टावर बिल्डिंग में 27 परिवारों को ठगने के बाद मोहन बांदिल का एक और नया कारनामा सामने आया है। बता दें कि गोल्डन टावर बिल्डिंग के पिलर धसकने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से पुरस्कार पाने के बाद मोहन बांदिल की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि अब उसने सिरोल इलाके में ओम राज एवेन्यू के नाम से ठगी का नया जाल तैयार किया है। बनने से पहले ही कमजोर हो चुके इस ओमराज एवेन्यू में आप पशुओं को चलते हुए देख सकते हैं। ओमराज एवेन्यू में रहने वालों की मानें तो उपभोक्ताओं से पैसा लेने के बाद भी यहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। 6 मंजिला इस बिल्डिंग में की दिनों से लिफ्ट खराब है। पानी बंद कर दिया गया है। ओम राज एवेन्यू नामक इस बिल्डिंग की दीवारों को देखिए यहाँ वहाँ खुले पड़े इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, सीलन भरी दीवारें सीमेंट छोड़ रही हैं। जब हमने इस बिल्डिंग का जायजा लिया तो हाल ही में निर्मित इस बिल्डिंग में मूलभूत सुविधाओं का अभाव नजर आया। मतलब साफ है कि एक बडा़ जाल बिछाकर उपभोक्ताओं को ठगने की बड़ी तैयारी की जा रही है।और वैसे भी जब प्रदेश के मुखिया का हाथ सिर पर हो तो प्रशासन की क्या औकात कि तू भी दे।
ग्वालियर में भू माफियाओं और बिल्डरों के मकड़जाल में उलझे उपभोक्ता सपनों का आशियाना बनाने वाले ठगी का शिकार हो रहे हैं। शहर में कई बिल्डर न तो नियम कानून का पालन ही करते हैं और न ही अपने दिए वादों और दावों का। वहीं इन बिल्डरों द्वारा ठगा उपभोक्ता जब शासन प्रशासन से गुहार लगाता है तो उस पर बिल्डर के लोगों द्वारा गुंडागर्दी की जाती है और झूठा केस दर्ज कराने की कोशिश की जाती है। ऐसा ही एक मामला ग्वालियर के ओमराज एवेन्यू में सामने आया जहाँ शहर के कुख्यात बिल्डर मोहन बांदिल ने पहले तो उपभोक्ताओं से फ्लैट लेने के नाम पर पैसा ले लिया। लेकिन जब मूलभूत सुविधाओं की बात आई तो मुकर गए और मोहन बांदिल ने मर्चेंट नेवी में कार्यरत एक उपभोक्ता के खिलाफ अपने ही एक मजदूर से थाने में शिकायत करवा‌ दी। बता दें कि कि कुख्यात बिल्डर मोहन बांदिल पिछले दिनों चर्चा में आया था जब ठाठीपुर स्थित गोल्डन टॉवर का पिलर धसकने से 27 परिवारों को अपना घर छोड़ना पड़ा था।
महंगे दामों पर फ्लैट लेकर अपने घर का सपना देखने वाली सीता पाणिग्रही का आरोप है कि बिल्डर मोहन बांदिल ने जो सुविधा और व्यवस्था का हवाला दिया था वो पूरा नहीं हुआ है।इसके अलावा हम यदि कहीं शिकायत भी करते हैं तो मेरे पति के खिलाफ थाने में शिकायत करते हैं। वहीं यदि बिल्डिंग की बात करें तो नवनिर्मित या कहें निर्माणाधीन ओमराज एवेन्यू की हालत बरसों पुरानी बहुमंजिला इमारत जैसी है क्योंकि यहाँ बनने से पहले ही दीवार दरकने लगी हैं। वर्तमान में 8 फ्लैटों में लोग रह रहे हैं लेकिन न तो यहाँ किसीको पजेशन मिला है और न ही सुरक्षा का कोई इंतजाम है। इसके साथ ही जब हमने पूरी इमारत का जायजा लिया तो यहां बिजली फिटिंग भी ख़तरनाक रूप से खुली हुई नजर आई। दरअसल ये बिल्डर करोड़ों अरबों का व्यापार तो करते हैं लेकिन पैसे के एवज में जो सुविधाएं ग्राहक को देनी चाहिए वो नहीं देते और शासन प्रशासन भी इसमें उनका सहयोग करता नजर आता है क्योंकि बकौल जनता कि पैसा ऊपर तक पहुंचता है।

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