ग्वालियर के बंगाली डॉक्टर का कारनामा_बांग्लादेशी महिला को बॉर्डर पार कराकर ग्वालियर के सेवानगर में दी रिहायश
एंकर- ग्वालियर पुलिस ने एक संदिग्ध बांग्लादेशी महिला को पकड़ा है, यह नदी और जंगल के रास्ते बांग्लादेश से भारत के बंगाल पहुंचीं,दिल्ली से ग्वालियर पहुंच एक साल से ज्यादा समय से फ्लेट में रह रही थी। बांग्लादेशी महिला के पास से फर्जी आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज पुलिस ने बरामद किए हैं। फिलहाल उसे डिटेंशन सेंटर में रखा गया है और बांग्लादेशी नागरिकता की पुष्टि होने के बाद उसे बांग्लादेश डिपोर्ट किए जाने की कार्रवाई आगे की जाएगी। इसके साथ ही सुरक्षा निर्देशों के तहत भारतीय जांच एजेंसीयां अन्य तथ्यों के आधार पर भी जांच में जुटी हुई है।
वीओ- दरअसल भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पड़ताल का अभियान चलाया जा रहा है इसी कड़ी में ग्वालियर के पड़ाव थाना क्षेत्र अंतर्गत सेवा नगर स्थित एक फ्लैट से पुलिस ने संदिग्ध बांग्लादेशी महिला को पकड़ा है। महिला यहां एक साल से अधिक समय से अंजली चौधरी बनकर फ्लैट में रह रही थी जबकि उसका असली नाम डोली अख्तर निकला,उसने बांग्लादेश के ढाका बस्ती की रहने की जानकारी पुलिस को दी है। शुरुआती पूछताछ में महिला ने बताया है कि वह जुलाई 2024 में आई थी दिल्ली से ग्वालियर आकर अंजली चौधरी बनकर रह रही थी उसने यह भी बताया है कि वह कोटेश्वर मंदिर के पास रहने वाले बंगाली डॉक्टर के संपर्क से भारत पहुंची उसने एक एजेंट का नंबर दिया था जिसने नदी के जरिए सीमा पर करवा दी, इसके बाद ग्वालियर पहुंच गई।संदिग्ध बांग्लादेशी महिला ने अपनी सहेली के बारे में भी जानकारी दी है। वह भी बंगाली है और स्पा सेंटर में काम करती है। लिहाजा अब पुलिस उसकी सहेली की भी तलाश कर रही है। महिला स्थानीय किन लोगों के संपर्क में आई,किसी अन्य तरह की गतिविधियों में वह लिप्त रही, ऐसे तमाम सवालों सहित अन्य तथ्यों के आधार पर पुलिस जांच में जुड़ गई है।
बाइट- मनीष यादव- CSP
