सैंकड़ों गैस सिलेंडर बारिश के पानी में बहे_वीरपुर बाँध में दरार से गहराया बाढ़ संकट_जलमग्न हुईं बस्तियाँ
जिला प्रशासन और पुलिस नगर निगम समेत जिले के तमाम सारे अधिकारी और कर्मचारी सूबे के मुखिया डॉ मोहन यादव की तीमारदारी में आम जनता और उसकी परेशानियों को भूल चुके हैं। इसका एक बड़ा उदाहरण हम आपको आज बताने जा रहे हैं जहां वीरपुर बांध के ओवरफ्लो होने से आसपास के इलाके जलमग्न हो गए और स्थानीय रह वासियों के घरों में पानी भरने के साथ बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा लेकिन जिला प्रशासन और नगर निगम का एक भी कारिंदा मौके पर पहुंचने की बजाय मुख्यमंत्री की अगवानी में लगा रहा। गिरवाई इलाके में गोदाम के बाहर सिलेंडर भी बहते नजर आए। पावर ट्रांसमिशन कंपनी के टावर भी पानी की डूब में दिखाई दिए। जर्जर हो रहे वीरपुर बांध की दीवार में वो बड़ी-बड़ी दरारें भी नजर आईं जिसे बंद कभी भी धराशाई हो सकता है लेकिन यह सब मुख्यमंत्री की आव भगत में लगे जिम्मेदारों को कभी नजर नहीं आएंगे देखिए यह रिपोर्ट।
ग्वालियर में एक बार फिर आफत की बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। आज सुबह से हो रही बारिश के चलते ग्वालियर के गिरवाई इलाके में स्थित वीरपुर बांध में ओवरफ्लो हो गया जिससे आस पास के इलाके जलमग्न हो गए। लोगों के घरों में पानी भरने के साथ ही सड़कों पर भी पानी पानी हो गया। स्थिति यहाँ तक बिगड़ गई कि गिरवाई में स्थित एक गैस गोदाम में पानी भरने से अफरातफरी मच गई। और गैस सिलेंडर पानी में तैरते देखे गए। तस्वीरों में आप देखेंगे कि किस तरह से सैंकड़ों की संख्या में गैस सिलेंडर बारिश के पानी में तैर रहे हैं। हालांकि गनीमत रही कि कर्मचारियों ने समय रहते गैस से भरे सिलेंडरों को पानी में से निकाल लिया। वहीं दूसरी ओर वीरपुर बांध की जर्जर दीवार में भी होल हो गए। जिससे दीवार से पानी का रिसाव हो रहा है। यहाँ जिला प्रशासन की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है जहाँ इतना ज्यादा जलभराव और बाँध के ओवरफ्लो होने के बाद किसी तरह की सुरक्षा इंतजामात नजर नहीं आए उल्टे स्थानीय रहवासी और बच्चों को पानी के पास ही देखा गया जिससे कोई भी हादसा घटित होने की आशंका लगातार बनी हुई है। इसके साथ ही बांध के नजदीक बने बिजली ट्रांसमिशन कंपनी के टॉवरों का निचला हिस्सा भी पानी में डूब चुका है जिससे बड़ी अनहोनी का खतरा बरकरार है।
